नई दिल्ली । दूसरे राज्यों की प्राइवेट बसें (डग्गामार बसें) अब दिल्ली में जाम का कारण नहीं बन सकेंगी। ये बसें चिन्हित बस अड्डों से ही सवारियां बैठाएंगी। दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना की पहल पर दिल्ली पुलिस ने डग्गामार बस चालकों की मनमानी को रोकने के लिए कवायद शुरू की है। दिल्ली यातायात पुलिस ने एक सितंबर से लेकर 15 अक्तूबर तक कुल 2023 डग्गामार बसों का चालान किया और 503 बसों को जब्त किया।
यातायात पुलिस अधिकारियों के अनुसार अब दिल्ली के तीनों आईएसबीटी से ही निजी बसें संचालित हो सकेंगी और इन बसों के लिए ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट अनिवार्य है। ये बसें आनंद विहार, कश्मीरी गेट और सरायकालेखां से ही सवारियां बैठा सकेंगी। दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में निजी बसें दूसरे राज्यों के लिए चलती हैं।
एक तरह से शाम के समय दिल्ली के कई इलाकों में प्रतिदिन अवैध बस स्टैंड बन जाते हैं। इन बसों की टिकट बुकिंग मोबाइल पर दिए गए नंबर से होती है। इनमें स्लीपर सुविधा वाली बसें भी शामिल हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने इन डग्गामार बसों के खिलाफ अभियान एक सितंबर से शुरू किया है।
अब डग्गामार बसें बस अड्डों से ही सवारी बैठा सकेंगी। अगर चालकों ने बस अड्डे के बाहर से सवारियां बैठाई तो उनका पांच से 20 हजार का चालान किया जा रहा है। डग्गामार बसों के चालक अगर बीच रोड पर सवारी बैठाते हैं तो इससे जहां जाम लगता है वहीं इन सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं।
परिवहन अधिकारियों का ये कहना है
परिवहन विभाग का कहना है कि दूसरे राज्यों के चलने वाली प्राइवेट बसें बस अड्डों के अंदर से चलनी शुरू हुई हैं धीरे-धीरे संख्या बढ़ रही है। विभाग का कहना है कि बसें बस अड्डे के अंदर से चलनी चाहिए।
क्या बोले अधिकारी
ये अभियान आगे भी जारी रहेगा। जब्त की गई बसों को बुराड़ी स्थित परिवहन की पिट में भेजा जा रहा है। इससे जहां जाम से निजात मिल रही है। वहीं सड़क दुर्घटना होने की संभावना भी कम हो हो जाती है।