नई दिल्ली । दिल्ली की नई सरकार राजधानी की परिवहन व्यवस्था के सुधार को लेकर प्राथमिकता से काम कर रही है। परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने माना कि दिल्ली में बसों की कमी है। दिल्ली की सड़कों पर चली रहीं सीएनजी बसें भी पुरानी हो गई हैं। इनमें से ज्यादातर अगले छह माह में सड़कों से हट जाएंगी।
दिल्ली में जल्द दूर होगी बसों की किल्लत
इस किल्लत से निपटने की तैयारी दिल्ली सरकार ने शुरू कर दी है। अगले चार महीने में करीब 11000 नई इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर उतारी जाएंगी। इससे दिल्ली में बसों की कमी दूर होगी। साथ ही वायु प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी। परिवहन मंत्री ने दोहराया कि महिलाओं की बस फ्री सुविधा जारी रहेगी।
परिवहन व्यवस्था को बिगाड़ा: डॉ. पंकज कुमार
डॉ. पंकज कुमार के मुताबिक, बीते 10 साल से आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को बिगाड़ कर रख दिया है। नई बसों के आने को लेकर विज्ञापन दिए गए, लेकिन बसें खरीदी नहीं गईं। सरकार इसकी जांच करेगी कि ऐसा किस वजह से हुआ है। मंजूरी मिलने के बाद भी बसें क्यों नहीं आई। साथ ही जो विज्ञापन दिए गए उसे किन पैसों से दिए गए इसकी भी जांच होगी।
डीटीसी 2,200 करोड़ रुपये के घाटे में: डॉ. पंकज कुमार
परिवहन मंत्री के मुताबिक, अभी डीटीसी 2,200 करोड़ रुपये के घाटे में है। अगले कुछ माह में इस घाटे को भी कम किया जाएगा। दिल्ली में परिवहन व्यवस्था मजबूत होगी। दिल्ली की जनता को बसों को लेकर स्टॉप इंतजार नहीं करना पड़ेगा। विभाग के अधिकारियों के साथ कई बैठकें होंगी। जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर किया जाएगा। बसों में महिलाओं का सफर फ्री रहेगा। उन्हाेंने कहा कि अगले 100 दिन के कार्ययोजना के दौरान कई बदलाव देखने को मिलेंगे।