नई दिल्ली । दिल्ली के पॉश इलाके साउथ एक्स पार्ट-1 स्थित कपड़े के शोरूम के कैशियर ऋषभ कुमार शर्मा को एक करोड़ रुपये देखकर मन ललचा गया और इस रकम को बैंक जमा कराने की बजाय पत्नी संग लेकर फरार हो गया।
कोटला मुबारक पुलिस ने इस मामले में को 36 घंटे में सुलझाने का दावा करते हुए कैशियर ऋषभ कुमार शर्मा, उसकी पत्नी, दोस्त सचिन यादव व आकाश को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 93,46,000 रुपये बरामद किए गए हैं।
दक्षिण जिला पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान के अनुसार गुरुग्राम, हरियाणा निवासी और साउथ एक्स में कपड़े का शोरूम चलाने वाले व्यवसायी ने कोटला मुबारकपुर थानाध्यक्ष प्रवीण यादव को शिकायत दी थी कि ऋषभ नाम का उसका एक कर्मचारी वहां कैशियर के रूप में काम करता था। वह 27 फरवरी को शोरूम के एक करोड़ कैश को डिफेंस कॉलोनी इलाके में एक बैंक में नकदी जमा करने गया था, लेकिन वह वापस नहीं आया। आरोपी कैशियर एक करोड़ रुपये लेकर भाग गया। उसका मोबाइल फोन बंद आ रहा है। मामला दर्जकर एसीपी डिफेंस कॉलोनी राजेंद्र सिंह की देखरेख में केएम पुर थानाध्यक्ष प्रवीण यादव, एसआई योगेश कुमार, एसआई सत्येन्द्र गुलिया, एएसआई शिव दत्त, एएसआई राजेंदर, हवलदार दातार व संदीप की टीम ने जांच शुरू की।
पुलिस टीम ने आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से पता लगा कि ऋषभ कुमार ने फरार होने के दौरान स्कूटी का इस्तेमाल किया था। एसआई सतेंद्र गुलिया को जांच में ये भी पता लगा कि उसने अपना मोबाइल फोन बंद करने से पहले सचिन यादव नाम के अपने दोस्त के संपर्क किया था। पुलिस टीम ने सचिन से पूछताछ की, हालांकि, पहले तो उसने पुलिस टीम को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन लगातार पूछताछ से वह टूट गया। सचिन ने खुलासा किया कि आरोपी ऋषभ अपनी पत्नी के साथ देहरादून, उत्तराखंड फरार हो गया है। वह अपने साथ नकदी में से 2.5 लाख रुपये अपने खर्च के लिए लेकर गया है। बाकी नकदी उसने अपने चाचा के पास विश्वकर्मा कॉलोनी, पुल प्रह्लादपुर, नई दिल्ली में रखा है। एसआई सतेंद्र गुलिया व एसआई योगेश कुमार की टीम ने चाचा के घर 91,19,500 रुपये बरामद कर लिए।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
पुलिस टीम आरोपी ऋषभ की लोकेशन खंगालने में लगी हुई थी। पता लगा कि 28-29 फरवरी की मध्यरात्रि उसने अपनी पत्नी का मोबाइल फोन चालू किया और इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से सचिन यादव से संपर्क किया। आरोपी ने सचिन को बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ देहरादून से वापस आ रहा है और ट्रेन से गुजरात जाएगा। उसने बाकी नकदी के साथ निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर मिलने के लिए कहा। पुलिस टीम ने दोनों को ए-1 कोच से भरतपुर जंक्शन, राजस्थान के पास गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त ऋषभ के कब्जे से 1,26,500 रुपये और उसकी पत्नी के कब्जे से एक लाख रुपये बरामद किए। सचिन और आकाश को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
खाली बैग बरामद किए गए
आरोपी सचिन यादव की निशानदेही पर आली गांव के जंगल क्षेत्र से नकदी ले जाने में इस्तेमाल किए गए दो खाली बैग भी बरामद किए गए। स्कूटी भी बरामद कर ली गई है।
एक करोड़ रुपये देखकर मन ललचा गया था
आरोपी ऋषभ ने खुलासा किया कि वह डिफेंस कॉलोनी के एक बैंक में शोरूम के आमतौर पर लगभग दो-तीन लाख की नकदी जमा कराने जाता था। वारदात वाले दिन नकद राशि काफी थी। ये कई दिन की नकदी थी। बड़ी रकम देखकर वह लालची हो गया और नकदी लेकर भागने की योजना बनाई।
आठ महीने पहले ही नौकरी पर लगा था
बिहार निवासी ऋषभ कुमार शर्मा पुत्र स्व. नारायण शर्मा शोरूम में करीब आठ महीने से कैशियर की नौकर करने लगा था। आली विहार, नई दिल्ली निवासी सचिन यादव पुत्र स्व. मोहन यादव का दिल्ली के आली विहार में हर्बल मेडिसिन की आपूर्ति का अपना निजी व्यवसाय है। विश्वकर्मा कॉलोनी, लाल कुआं, एम.बी. रोड, पुल प्रह्लादपुर निवासी आकाश पुत्र स्व. जयकरन यादव छतरपुर इलाके के एक फार्म में इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करता था।