नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर आरोपियों ने उसका शव बवाना डीटीसी बस के पास फेंका और फरार हो गए। पुलिस ने पहचान करने के बाद पांच फरवरी को मनोज के शव का पोस्टमार्टम करवाया। इसमें मौत की वजह का पता चला।
बाहरी-उत्तरी दिल्ली के बवाना इलाके में मिनी बस (आरटीवी) के भीतर एक युवक के साथ हैवानितय की सारी हदें पार कर उसकी हत्या कर दी गई। बस की सीट और फर्श पर खाना गिरने से चालक इतना नाराज हुआ कि आरोपी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर पहले युवक को डंडे और लोहे की रॉड से पीटा। बाद में उसके प्राइवेट पार्ट (गुदा मार्ग) में लोहे की रॉड डाल दी। इससे युवक की मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपियों ने बवाना बस डिपो के पास तालाब के नजदीक उसका शव फेंककर आरोपी फरार हो गए। अगले दिन पुलिस को युवक का शव मिला तो इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ। युवक की पहचान इटावा, यूपी निवासी मनोज उर्फ बाबू (28) के रूप में हुई हुई है।
पुलिस ने बस को लिया कब्जे में
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मनोज का शव परिजनों के हवाले कर दिया है। हत्या का मामला दर्ज कर शनिवार देर रात एक आरोपी सुशांत शर्मा उर्फ चुटकली (24) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को मामले में मुख्य आरोपी बस चालक आशीष उर्फ आशु और उसके बाकी साथियों की तलाश है। पुलिस ने वारदात वाली बस को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
बर्थडे पार्टी में खाना बनाकर लौट रहा था बाबू
पुलिस के मुताबिक मनोज अपने भाई जितेंद्र के साथ गौतम कॉलोनी, नरेला में रहता था। मनोज शादियों में खाना बनाने का काम करता था। एक फरवरी की रात को यह सुल्तानपुर डबास एरिया में एक बर्थडे पार्टी में खाना बनाकर लौट रहा था। उस समय मनोज का साथी रसोइया दिनेश भी इसके साथ था। कार्यक्रम के बाद जो खाना बचा, मनोज ने उसे घर के लिए पैक कर लिया।
कढ़ी गिरने पर आग बबूला हो गया था ड्राइवर
इस बीच दोनों नरेला के लिए मिली बस में सवार हो गए। बस में बैठने के दौरान अचानक एक पॉलीथीन के फटने से कढ़ी सीट और बस के फर्श पर बिखर गई। इसका जब बस चालक आशीष को पता चला तो वह आग बबूला हो गया। उसने बस रोकी और मनोज के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। इस बीच दिनेश बवाना चौक पर उतार गया।
शर्ट उतारकर कहा था साफ करने को
बस चालक आशीष का कहना था कि वह खाने को साफ करे। मनोज ने जब कपड़ा न होने की बात की तो आरोपियों ने उससे शर्ट उतारकर खाना साफ करने के लिए कहा। इसी बात पर मनोज की उससे बहस होने लगी। मारपीट के बाद आरोपियों ने बस में मौजूद लोहे की रॉड मनोज के प्राइवेट पार्ट में डाल दी। इससे उसकी मौत हो गई।
तालाब किनारे फेंका शव
आरोपियों ने बवाना फ्लाईओवर के नजदीक, डीटीसी बस डिपो के नजदीक तालाब के किनारे उसका शव फेंका और फरार हो गए। अगले दिन दो फरवरी को राहगीरों ने शव को देखा तो पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्ज्जे में लिया। क्राइम टीम और एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए।
ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा....
खबर मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान नहीं हो सकी। उसके शरीर पर भी चोट के निशान जाहिर नहीं हो रहे थे। पुलिस को लगा कि किसी बेघर की मौत हुई है। शव को मोर्चरी भेजा गया। इस बीच चार फरवरी को मनोज का भाई जितेंद्र उसे ढूंढता हुआ बवाना थाने पहुंचा तो शव की पहचान हुई।
ऐसे पता चली वारदात की बात
पांच फरवरी को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया तो हैवानियत का पता चला। मृतक के शरीर में अंदरूनी चोटें मौजूद थी। उसके प्राइवेट पार्ट पर भी गंभीर चोट थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। बाद में सीसीटीवी की पड़ताल हुई। इसके अलावा दोस्त दिनेश से भी बात हुई तो बस वाली वारदात का पता चला।
एक आरोपी को किया गया गिरफ्तार...
हत्या का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने बस की तलाश शुरू की। बाद में बस को कब्जे में लिया गया, लेकिन चालक आशीष व उसके साथी फरार थे। शनिवार को टीम ने एक आरोपी सुशांत शर्मा उर्फ चुटकली को गिरफ्तार कर लिया। अब आशीष समेत बाकी आरोपियों की पुलिस की टीम को तलाश है। -निधिन वालसन, बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त
कुकर्म की बात से इनकार...
हत्याकांड के खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर खबर फैल गई कि कुकर्म के बाद युवक की बेरहमी से हत्या की गई। पोस्ट खूब वायरल होने लगे तो पुलिस उपायुक्त निधिन वालसन को सामने आकर सफाई देनी पड़ी। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि उसके साथ कोई कुकर्म नहीं हुआ। उसके प्राइवेट पार्टी में रॉड डाली गई है।